" नए नए रंगों से लिखती धरती नयी कहानी ||
तन मन को पल भर में बदल दें ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
ये ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
ग्रीष्म ऋतु is described as:
ग्रीष्म महीने में कामिनियाँ धूप लगे कुम्हलाय |
इस ऋतु में वो अगर चन्दन का, अंग में लेप लगाए ||
सूख गया है सरोवर का जल, सूख गयी सरिताएं ||
सूख गए हैं पीपल के दल, मुरझाई हैं लताएँ ||
जाने कहाँ घबरा के छुपी हैं, चंचल आज हवाएं ||
ऊंघ रहे डालों पर पंछी ,पंखों में चोंच छुपाये ||
अंग अंग में आलस छाया,अँखियाँ हैं अकुलानी ||
तन मन को पल भर में बदल दें,ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
ये ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
वर्षा ऋतु is described as:
उमड़ घुमड़ घन गरजत आये ,बरखा ऋतु सुखदायी ||
दादुर मोर पपीहा बोले,हरी हरी धरती की चुनरिया डोले,
बिरहन को दुखदायी ||
भीगी नार खड़ी रसवंती, रिमझिम बरसे पानी ||
पल भर में तन मन को बदल दे, ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
ये ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
He describes शरद ऋतु as:
शरद सुहावन ऋतु मन भावन, मदन बदन में अगन लगावन ||
कुञ्ज कुञ्ज में, वन निकुंज में,भ्रमर गुंज गुंजार करे ||
लहरों के चंचल अंचल में, शरद चंद्रिका प्यार भरे ||
पिया की बाहों में कसी कामिनी, ,मन ही मन सकुचानी ||
तन मन को पल भर में बदल दें, ऋतुएं बड़ी सुहानी ||
ये ऋतुएं बड़ी सुहानी....||
This रागमालिका is beautifully sung by veteran playback singer मन्ना डे ,expressing the भाव hidden in the verses very correctly.Music director S.N.Tripathi has composed the introductory lines in Raga GAUD SAARANG the ग्रीष्म ऋतु वर्णन in राग KHAMMAJ .The lyrics of वर्षा ऋतु are composed in राग MIYAN MALHAAR and DESH and शरद ऋतु वर्णन is composed in राग KEDAAR .This रागमालिका ends with the narration of वसंत ऋतु sung in राग बसंत .
The poetry is:
ऋतुराज आज सज के सिंगार,गरवा में डार फूलन के हार|
चले झूम झूम छलकाते प्यार |ऋतुराज...||
मंद पवन मकरंद कली में बंद मधुर मधु पान करे |
कुहू कुहू कोकिल पंचम सुर में कूके ,मधु रस का दान करे||
लहराए हिया प्रीतम से प्रिया, मिल मिल के जिया में मान करे ||
यौवन की उमंग तरंग लिए अंग अंग पे वो अभिमान करे ||
ऋतुराज आज ...
{Audio clip - श्री के. एल. पाण्डे जी के सौजन्य से }.
1 comment:
thnx for sharing the rare gems of music sir... really a very good collection of music... very informative blog.. ll keep visiting... and thnx for appreciating my efforts on raageshree.com...
ll kep in touch...
Post a Comment