Asha Bhosle |
Music Director:RAVI |
Mahendra Kpoor |
Lyricist:SAHIR LUDHIYANAVI |
"तू हुस्न है मैं इश्क हूँ ,
तू मुझमें है मैं तुझमें हूँ ।
मैं इससे आगे क्या कहूं ,
तू मुझमें है मैं तुझमें हूँ ।।"
The next part is in raga Yaman Kalyan:
"ओ सोनिये ओ मेरे महिवाल,
आजा ओय आजा ।
पार नदी के मेरे यार का डेरा,
यार का डेरा ओय यार का डेरा ।
तेरे हवाले रब्बा दिलवर मेरा,
दिलवर मेरा ओय दिलवर मेरा ।।
रात बला की बढ़ता जाए लहरों का घेरा ।
कसम खुदा की आज है मिलना मुश्किल मेरा ।।
खैर करीं रब्बा रब्बा खैर करीं रब्बा ।
ओ साथ जियेंगे साथ मरेंगे,यही है फ़साना।।
तू हुस्न है मैं इश्क हूँ ....||"
Next story of Saleem and Anarkali is in Raga Shuddha Kalyan:
" कहाँ सलीम का रूतबा कहाँ अनारकली।
ये ऐसी शाखे तमन्ना है जो कभी ना फली।।
न बुझ सकेगी बुझाने से अहले दुनिया के।
वो शम्मा जो तेरी आँखों में मेरे दिल में जली।।
हुज़ूर एक न एक दिन ये बात आएगी ,
के तख्तो ताज भले हैं कि एक कनीज़ भली ।।
मैं तख्तो ताज को ठुकरा के तुझको ले लूँगा,
के तख्तो ताज से तेरी गली की ख़ाक भली।।
साथ जियेंगे साथ मरेंगे यही है फ़साना।
तू हुस्न है मैं इश्क हूँ .......।।"
The last part is story of Romeo-Juliet composed in Raga Bhairavi:
"फ़सीलें इतनी ऊँची और पहरा इतना संगी है।
जिआले रोमियो तू किस तरह पंहुचा बगीचे में ।।
ये मेरी जूलिएट के शोख चेहरे की शुआयें हैं ।
की आधी रात को सूरज निकल आया दरीचे में ।।
मेरा कोई बझी शिक्चा तुझे पा ले तो फिर क्या हो?
ये सब बातें वो क्यों सोचे जिसे तेरी तमन्ना हो ।।
खुदा के वास्ते ए रोमियो इस जिद से बाज आजा ।
कज़ा आने से पहले मेरे पास ए दिलनवाज़ आजा ।।
Now remaining part of this story is in Raga Khammaj:
"तुझे जिद है तो प्यारे देख मैं दीवानावार आयी ।
तू जब बाहों में आयी दिल की दुनिया में बहार आयी ।।
साथ जियेंगे साथ मरेंगे यही है फ़साना,
तू हुस्न है मैं इश्क हूँ तू मुझमें है मैं तुझमें हूँ ।।"
2 comments:
mishraji namaskar.aapke gyan ko naman hai.
Good one.
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