HEROINE ASHA PAREKH |
PT..SAMTA PRASAD MISHRA |
PT.SAMTA PRASAD PLAYING ON HIS TABLA |
POET SHAILENDRA |
DADA SACHIN DEV BURMAN |
MOHD. RAFI |
" नाचे मन मोरा मगन तिक ता धिगी धिगी ।
बदरा घिर आये रुत है भीगी भीगी ।।
कुहुके कोयलिया कहीं दूर पपीहा पुकारे ।
झूला झूलें सखियाँ की घर आजा बालम हमारे ।।
बदरा घिर आये रुत है भीगी भीगी ,
नाचे मन मोरा .......।\"
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